गंगा का मैदान
गंगा के मैदान का निर्माण हिमालय से निकलने वाली नदियों वाली नदियों गंगा तथा उसकी सहायक नदियों - यमुना, गोमती, घाघरा, गण्डक, तथा कोसी की निक्षेप क्रिया द्वारा बनाया गया…
गंगा के मैदान का निर्माण हिमालय से निकलने वाली नदियों वाली नदियों गंगा तथा उसकी सहायक नदियों - यमुना, गोमती, घाघरा, गण्डक, तथा कोसी की निक्षेप क्रिया द्वारा बनाया गया…
हिमालय पर्वत के दक्षिण में सिंधु, गंगा तथा ब्रह्मपुत्र जैसी नदियां की निक्षेप द्वारा निर्मित एक विशाल मैदान स्थित है, जिसे उत्तरी भारत का विशाल मैदान (the great plan of…
हिमालय पर्वत हिमालय पर्वत भारत के उत्तर में स्थित है. यह पूर्व से पश्चिम तक विस्तृत है. पूर्व से पश्चिम तक इसकी लम्बाई 2,400 किलोमीटर है. इस प्रकार इसका फैलाव…
भारत का विस्तार 8°4′ उत्तरी अक्षांश से 37°6′ उत्तरी अक्षांश तथा 68°7′ पूर्वी देशांतर से 97°25′ पूर्वी देशांतर तक फैला हुआ है, इस प्रकार अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार 30° है.…
जल तथा वायु के प्रभावाधीन मृदा की ऊपरी परत कटकर बह जाती है, इसे मृदा अपरदन कहते है. मृदा अपरदन मुख्यतः वनस्पतिहीन, ढालू, तथा कम ह्यूमस वाले इलाकों में ज्यादा…
मृदा अथवा मिट्टी (Soil) मिट्टी भूतल में एक पतली परत के रूप में पायी जाती है. जिसका निर्माण चट्टानों इ टूटने फूटने से प्राप्त हुए खनिजों, जीव जंतु तथा पेड़…
कोपेन का जलवायु वर्गीकरण - जर्मनी के प्रसिद्ध विद्वान डॉ. व्लादिमिर कोपेन ने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया तथा 1931 में इसका संसोधन किया तथा अंतिम…
चक्रवात एक निम्न वायु केंद्र होता है, जहा पवन बाहर से केंद्र की ओर चक्कर काटती हुई गति करती है. अर्थात चक्रवात वायु परिसंचरण की वह प्रक्रिया है जिसमे प्रचलित…
पवन (वायु) - वायु विभिन्न प्रकार के गैसो का मिश्रण है, जिसमे जारक, प्रांगार द्विजारेय, नाट्रोजन, उदजन ईत्यादि शामिल होती है।गतिमान वायु की पवन की संज्ञा दी जाती है. उच्च…
वायुदाब - मध्य समुद्र तल से वायुमंडल की ऊपरी सीमा तक एक इकाई क्षेत्रफल के वायुस्तंभ के भार को वायुमंडलीय दाब कहते है. समुद्र तल पर वायुदाब का औसत मान…